शुक्रवार, 3 जनवरी 2014

माधुरी दीक्षित भी बोलीं, बेटी ही बचाएगी 'कल'

बेटियों के सशक्तिकरण के लिए अमल उजाला ने अनूठी पहल की है। इस कार्यक्रम के तहत वर्ष 2014 में लगातार बेटियों के सशक्तिकरण के लिए सार्थक गतिविधियां की जाएंगी। हमारी इस पहल में बॉलीवुड की मशहूर अदाकारा माधुरी दीक्षित भी शरीक हुईं और संदेश भेजा। प‌ढ़िए, उनका संदेश-

मुझे ये जानकर बहुत खुशी हुई कि प्रतिष्ठित हिंदी दैनिक ‘अमर उजाला’ वर्ष 2014 को ‘बेटी ही बचाएगी’ वर्ष के तौर पर मना रहा है।

मेरा मानना है कि हम बेटियों को इतना मज़बूत बना दें कि वे खुद समाज को बचाने के लिए आगे आएं। ‘अमर उजाला’ का यह मिशन इस भावना को और मज़बूत करता है। अभियान से मेरे जुड़ने की एक और वजह है।

मैंने अपने करियर में शुरू से ही ऐसे किरदारों को तवज्जो दी, जिसमें बेटी समाज को बचाती नज़र आए। फिर चाहे वो मेरी फिल्म ‘बेटा’ रही हो, ‘मृत्युदंड’ हो या फिर मार्च महीने में महिला दिवस पर रिलीज़ होने जा रही ‘गुलाब गैंग’। मैं उम्मीद करती हूं कि ‘अमर उजाला’ के इस अभियान से बेटियों का सम्मान बढ़ेगा और मिलेगा उन्हें उनका वह हक़, जिसके लिए उन्हें किसी सिफारिश की नहीं, हमें सोच बदलने की ज़रूरत है।

अपनी बात मैं अमर उजाला की कविता की उस लाइन से ख़त्म करना चाहूंगी कि जब भी घर, परिवार और समाज पर मुसीबत आएगी, बेटी ही बचाएगी, बेटी ही बचाएगी। -जय हिंद

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें